मुर्गेश शेट्टी,बीजापुर 31 जुलाई।बीजापुर,जिले के भोपालपटनम ब्लॉक में शाला प्रवेश उत्सव के तहत बीजापुर जिले में बंद स्कूलों को पुनः शुरू करने की पहल जारी है। इसी क्रम में भोपालपट्टनम विकासखंड के ग्राम अन्नारम में शनिवार को एक बंद प्राथमिक शाला को पुनः खोला गया, लेकिन इस कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित न किए जाने से विवाद खड़ा हो गया है।
इस संबंध में जिला पंचायत उपाध्यक्ष व शिक्षा समिति के सभापति पेरे पुलैया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर जनप्रतिनिधियों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। श्री पुलैया ने कहा कि उन्होंने स्वयं गांव-गांव जाकर ग्रामीणों और बच्चों को स्कूल पुनः खोलने की जानकारी दी थी और लोगों को प्रोत्साहित किया था। इसके बावजूद उन्हें और अन्य जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम में न बुलाना, एक सुनियोजित षड्यंत्र है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह षड्यंत्र खंड शिक्षा अधिकारी पी. नागेंद्र, एपीसी जाकिर खान और खंड स्त्रोत समन्वयक एटला श्रीनिवास के द्वारा रचा गया। श्री पुलैया ने कहा कि एपीसी जाकिर खान पहले भी जनप्रतिनिधियों एवं आदिवासी नेताओं के प्रति अपमानजनक व्यवहार कर चुके हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
कलेक्टर से की कार्यवाही की मांग:
पेरे पुलैया ने बीजापुर कलेक्टर से आग्रह किया है कि विभागीय नियमों के अनुसार ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए और उन्हें उनके मूल पद पर वापस भेजा जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की उपेक्षा और अपमान जनप्रतिनिधियों की गरिमा के खिलाफ है।
प्रेस से अपील:
अंत में श्री पुलैया ने सभी प्रेस साथियों से अपील की है कि वे इस महत्वपूर्ण खबर को अपने समाचार पत्रों, न्यूज़ चैनलों और पोर्टलों में प्रमुखता से प्रकाशित करें, ताकि जनप्रतिनिधियों के सम्मान की रक्षा हो सके।



