मुर्गेश शेट्टी,बीजापुर, 13 अगस्त।जिला पंचायत चुनाव में करारी हार से तिलमिलाए बंसत राव ताटी अब समाजसेवी गिरिजा शंकर तामड़ी को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर गिरिजा शंकर ने स्पष्ट किया कि वे सीधे समाजसेवी अजय सिंह का मुकाबला नहीं कर सकते, इसलिए उनके नाम का सहारा लेकर आरोपों की राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “ताटी स्वयं वर्षों तक सरस्वती शिशु मंदिर में व्यवस्थापक पद पर रहे हैं और उसी संस्था पर अब प्रश्न उठाना निंदनीय है। जिस थाली में खाया, उसी में छेद करने जैसी हरकत कर रहे हैं ताटी।”
गिरिजा शंकर तामड़ी ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि ताटी द्वारा सड़क निर्माण कार्य के दौरान एक आदिवासी, निर्धन और अनाथ परिवार की उपजाऊ कृषि भूमि को दो वर्षों तक बाधित किया गया। पहले बाड़ी निर्माण का वादा किया गया, लेकिन सड़क बनने के बाद उस परिवार को नजरअंदाज कर दिया गया। जब पीड़ित परिवार ने तहसीलदार से शिकायत की तो ताटी ने उन्हें चुप कराने के लिए मात्र तीन बंडल फेंसिंग तार और ₹4,000 की राशि थमा दी।
उन्होंने कहा, “बिना फसल उगाए बीते दो वर्षों का नुकसान कौन चुकाएगा? पीड़ित परिवार ने अपनी बाड़ी के लिए ₹30,000 का ख़र्च खुद वहन किया।”
गिरिजा शंकर ने आगे कहा कि ताटी के पूर्वज महाराष्ट्र से व्यापार करने आए लोग थे उनके कहने से हम मूलनिवासी होते हुए भी हमे अतिक्रमणकारी कहा जा रहा है, जो बेहद अपमानजनक है।
गुन्लापेटा पोलिंग बूथ में बुरी तरह हारने के बाद ताटी बौखलाहट में अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। गिरिजा शंकर तामड़ी ने ईश्वर से प्रार्थना की कि ताटी को सद्बुद्धि मिले और वे अजय सिंह का सामना सीधे करें।



